Aug 11, 2020
Sumangalam Production’s maiden venture daily soap (Monday to Friday) is slated to air on Anjan Tv from 17th of this August on 8 p.m. from Monday to Friday. This show is being directed by Ashok Yadav. Sushmita Ovhal Londhe, Sachin Shinde and Ashok Yadav are producers where Sameer Kolbhir as well as Abhijit Shinde are script writers. Diwakar Singh Sachin is Videographer, n Vishal Londhe. It’s a Media Ethics (Nayyar Alam) n Rahul singh presentation. It stars, Pallavi Sonone in title role with Rajeev Nigam, Geeta Nikhrge, Pratap Kalake, Sanika Nirmal, Nishani Borule, Anjali Soni, Yogesh Shette, Gaurav Roopdas, Soni Patel, Sachin Shinde, Pramod n Pratibha.
अंजन टीवी पर आई “चुलबुली चाची”
टेलीविजन की दुनिया फिर से पटरी पर लौटने लगी है। नये धारावाहिकों की शूटिंग, उनका प्रक्षेपण आरम्भ होने लगा है। इसी 17 अगस्त से अंजन टीवी पर आ रहा है नया हास्य धारावाहिक “चुलबुली चाची”। इसके निर्देशक अशोक यादव हैं। सुमंगल प्रोडक्शन द्वारा निर्मित, मीडिया एथिक्स द्वारा प्रस्तुत इस दैनिक धारावाहिक (सोमवार से शुक्रवार, रात्रि आठ से साढ़े आठ बजे तक) के निर्माता – निर्मात्री सुष्मिता ओवाल लौंढे, सचिन शिंदे एवं अशोक यादव हैं। अशोक यादव द्वारा परिकल्पित इस धारावाहिक के कॉन्सेप्ट डेवलपर आकाश चौधरी, लेखक समीर कालभोर व अभिजीत शिंदे हैं। सलाहकार एवं विशेष सहयोगी विशाल लौंढे तथा वीडियोग्राफर/कैमरामैन दिवाकर सिंह सचिन हैं। मार्केटिंग व प्रस्तुति नैयर आलम (मीडिया एथिक्स) व राहुल सिंह की है। ‘चुलबुली चाची’ की शीर्षक भूमिका में पल्लवी सोनोने हैं और उनके पति धनपत मिश्रा के रूप में दिखाई देंगे राजीव निगम। मुख्य सहयोगी कलाकार हैं – गीता निखर्गे, प्रताप कलाके, सानिका निर्मल, निशानी बोरूले, अंजलि सोनी, योगेश शेट्टे, गौरव रूपदास, सोनी पटेल, सचिन शिंदे, प्रमोद व प्रतिभा। यह धारावाहिक दूसरे दिन दोपहर साढ़े बारह बजे दिखाया जायेगा। रविवार दोपहर तीन बजे सोमवार से शुक्रवार तक दिखाये गये सभी कड़ियों को दिखाया जायेगा।
“चुलबुली चाची” पूर्णतया हास्य रस में सराबोर पारिवारिक मनोरंजक धारावाहिक है। शुभारंभ होता है, उत्तर प्रदेश की एक युवती के जीवन के कथा क्रम से। वह युवती सपने देखने की अभ्यस्त है। सोचती है, वह भी मुंबई जाकर हीरोइन बन जाती तो कितना अच्छा होता ! कुछ दिन बाद मुंबई के एक लड़के से विवाह की बात चलती है। लड़की खुश ! अब तो वह हीरोइन बन ही जायेगी ! पति जो है मुम्बईया ! धन्यवाद भगवानजी ! पत्नी बन कर वह मुंबई आ जाती है। पर, यहाँ की पटकथा बिल्कुल प्रतिकूल लिखी रहती है। नो फिल्म्स, नो एक्टिंग ! सपने बिखरते बिखरते गोद में आ जाती हैं तीन तीन बेटियां। इसके साथ ही एक नई उम्मीद जन्म लेती है।
वह अपने सपने को बेटियों के माध्यम से पूरा करने की ठान लेती है। पर, भाग्य दगाबाज़ निकलता है। न बेटियां उस लायक हैं, न ही उनको किसी प्रकार की रुचि है। बेटियां ही आखिरकार यह निर्णय लेती हैं, क्यों न माताश्री के निष्प्राण सपने को जीवंत कर दिया जाये !? और फिर शुरू हो जाता है ऑडिशन का चक्कर। इस चक्कर में एक बिहारी दम्पती आ मिलती है। सुशील मैडम पर प्रेमदृष्टि रखता है तो एक हैदराबादी अन्ना भी अपनी भारीभरकम नज़र इन दोनों पर रखता है। इस बीच एक मराठी फैमिली भी रेफरी की तरह विसिल बजाती हीरोइन बनने जा रही चुलबुली चाची के करीब आती है। आगे मैडम एंड कंपनी क्या क्या गुल खिलाती है – यही है “चुलबुली चाची” खबरनामा।