Dec 21, 2021
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश की आजादी की लड़ाई तथा प्रशासनिक ढांचे को सुव्यस्थित बनाने में कायस्थों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और राष्ट्रहित में अब एक बार फिर राजनीति में कायस्थों को विशेष जिम्मेवारी दी जानी चाहिए ।
श्री केजरीवाल ने आज तालकटोरा स्टेडियम में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की ओर से ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित विश्व कायस्थ महासम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि राजनीति तथा सत्ता में पद केवल धर्म और जाति के आधार पर नहीं दिया जाना चाहिए बल्कि योग्यता तथा गुणवत्ता को भी समुचित सम्मान देना चाहिए । उन्होंने कहा कि पूरे राष्ट्र में योग्यता और गुणवत्ता के मामले में कायस्थों से तुलना नहीं की जा सकती ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में जब – जब किसी प्रकार का संकट आया है या लोकतंत्र पर खतरा उत्पन्न हुआ है तो कायस्थों ने बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका अदा की है ।उन्होंने सर्वसमाज को आगे बढ़ाने तथा शैक्षणिक – सांस्कृतिक प्रगति में कायस्थों से अग्रणी भूमिका निभाते रहने की अपील की ।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कायस्थ समाज की विशिष्टिताओं को किसी को बताने की जरूरत नहीं है बल्कि उसे भरपूर आदर और सम्मान देने की आवश्यकता है । उन्होंने दुनिया भर में कायस्थों से एकजुट होकर सर्वसमाज के लिए कार्य करने की अपील की ।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं प्रख्यात अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन से कायस्थों के एकजुट होने का स्पष्ट संकेत मिलता है और आज जिस प्रकार से यहां देश के विभिन्न राज्यों तथा अन्य देशों से कायस्थों के प्रतिनिधि जुटे हैं उससे पता चलता है कि अब हमारे राजनीतिक अधिकारों एवं हितों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता ।
कार्यक्रम के आरंभ में आगतों का स्वागत करते हुए ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हम विश्व कायस्थ महासम्मेलन के माध्यम से देशभर में बड़ी संख्या में फैले कायस्थ परिवारों को उनके राजनीतिक, आर्थिक शैक्षणिक और व्यावसायिक हितों को ध्यान में रखते हुए अपनी बुलंद आवाज को सत्ता तथा राजनीति के गलियारे तक पहुंचाने के लिए एकजुट हुए हैं ।
उन्होंने कहा कि जो कायस्थ हित की बात करेगा, जो कायस्थ हित का सम्मान करेगा , कायस्थ उसके साथ रहेगा ।
श्री प्रसाद ने कहा कि ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस जीकेसी पूरी दुनिया में कायस्थों का सबसे बड़ा संगठन बनकर उभरा है और देश के लगभग सभी राज्यों समेत 20 से अधिक देशों में इसका गठन हो चुका है । जीकेसी की ओर से शिक्षा , रोजगार, व्यापार, कला- संस्कृति , खेल, कृषि, पर्यावरण आदि के क्षेत्र में कायस्थ युवाओं तथा महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए निरन्तर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ।आज यही कारण है कि जीकेसी अपने गठन के केवल 11 महीने के भीतर विश्व कायस्थ महासम्मेलन आयोजित करने में और सभी राज्यों से बड़ी संख्या में कायस्थों की भागीदारी सुनिश्चित करने में सफल हुआ है ।
ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कायस्थों के समग्र हितों को ध्यान में रखते हुए जीकेसी निरंतर अभियान चलाते रहेगा और उन्हें उनके समुचित हक एवं अधिकार के सशक्तिकरण के लिए काम करेगा ।
पूर्व सांसद संजय निरुपम ने कहा कि कायस्थों का इतने बड़े पैमाने पर महासम्मेलन आयोजित होना यह स्पष्ट करता है कि अब हमारे हितों को कोई नजरअंदाज नहीं करेगा और हम सब संगठित होकर राजनीतिक के अलावा आर्थिक , व्यापारिक एवं शैक्षणिक अधिकारों को लेकर रहेंगे । कार्यक्रम में आप के सांसद संजय सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के अलावा देश की प्रगति में कायस्थों की विशिष्ट भूमिका रही है और राष्ट्रहित में इस समाज के लोगों पर अब विशिष्ट जिम्मेवारी सौंपी जानी चाहिए ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुप्रसिद्ध अभिनेता अंजन श्रीवास्तव , प्रख्यात अभिनेता शेखर सुमन एवं उनके सुपुत्र अभिनेता अध्ययन सुमन ने कायस्थों को संगठित होकर कार्य करने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि जब हम संगठित हो जाएंगे तो कोई भी हमें कमजोर समझ कर नजरअंदाज करने का प्रयास नहीं करेगा ।
प्रबंधन की रागनी रंजन ने राष्ट्र संगठन में महिलाओं की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताया और कहा कि महिलाएं जब आगे आ जाएंगे तो कायस्थों का हर तरह से सशक्त होना सुनिश्चित हो सकेगा ।इस दिशा में महिला सेल के कार्यों की उन्होंने सराहना की ।
विश्व हिंदु महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं धर्मगुरु स्वामी चक्रपाणी जी महाराज ने कायस्थों से जीकेसी के तहत अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को फिर से हासिल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज को आर्थिक रूप से सबल करने के लिए भी एक रोडमैप तैयार करने पर बल दिया। स्वामी जी ने युवाओं को नौकरियों के साथ-साथ तकनीकि एवं व्यापार के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।
इस अवसर पर ग्लोबल वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव, आनंद सिन्हा, अनुराग सक्सेना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक,शिक्षा प्रकोष्ठ के ग्लोबल अध्यक्ष दीपक वर्मा, तकनीकी सेल के ग्लोबल अध्यक्षअध्यक्ष आनंद सिन्हा, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के एवं सुप्रसिद्ध सिने कलाकार अंजन श्रीवास्तव, स्मारिका के मुख्य संपादक कमल किशोर,राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल आनंद सन्नू, संजय कुमार सिन्हा सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका प्रिया मल्लिक, मीडिया एवं कला संस्कृति सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, फिल्म निर्माता अशोक सक्सेना, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष ऋतु खरे, अवनिश श्रीवास्तव, नवीन श्रीवास्तव, श्रुति सिन्हा, पवन सक्सेना, मिहिर भोले, राजीव कांत, प्रशांत सक्सेना, निश्का रंजन, सीसीसीआई के अध्यक्ष नवीन कुमार,
नवीन श्रीवास्तव,युवा संभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ कुमार वर्मा, युवा के राष्ट्रीय महासचिव कुमार आर्यन श्रीवास्तव, आलोक कुमार, चन्द्र भानु सिन्हा, दीप श्रेष्ठ ,बिहार प्रदेश अध्यक्षा डा. नम्रता आनंद, राजेश सिन्हा संजू, आईटी सेल के आशुतोष ब्रजेश, प्रियरंजन, धमेंद्र प्रसाद मुन्ना, राजेश कुमार डब्लू, सुशील कुमार श्रीवास्तव, बलिराम जी, सुजीत कुमार सिन्हा दीपू, अधिवक्ता संजय कुमार सिन्हा, मनोज कुमार सिन्हा, डब्लू श्रीवास्तव, सुजय अम्बष्ठ, कैप्टन तरुण कुमार, रुपेश रंजन सिन्हा, सौरभ जयपुरियार, आलोक अविरल, शालिनी वैरागी, प्रसाद, नीलेश रंजन ,सुशांत सिन्हा, पीयूष श्रीवास्तव,जयंत मल्लिक, मुकेश वर्मा,ज्योति दास और राज कुमार श्रीवास्तव मौजूद रहे। उक्त आशय की जानकारी दिल्ली प्रदेश मीडिया सेल के अध्यक्ष प्रजेश शंकर ने दी।
रविशंकर , शत्रुघ्न , शेखर सुमन संजय निरुपम समेत दुनिया भर के हजारों कायस्थ हस्ती जुटे महासम्मेलन में